Avishka Fernando Profile – Cricket Player Sri Lanka

अविष्का फर्नांडो: श्रीलंकाई क्रिकेट में एक उभरता सितारा

अविष्का फर्नांडो एक प्रतिभाशाली श्रीलंकाई क्रिकेटर हैं, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिदृश्य में धूम मचा रहे हैं। 5 अप्रैल, 1998 को श्रीलंका के वड्डुवा में जन्मे फर्नांडो दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम-तेज गेंदबाज हैं। वह 2016 से श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं और अपने युवा करियर में ही अपार संभावनाएं दिखा चुके हैं।

प्रारंभिक जीवन और करियर

फर्नांडो का क्रिकेट के प्रति प्रेम छोटी उम्र में ही शुरू हो गया था और उन्होंने अपने स्कूल, मोरातुवा में सेंट सेबेस्टियन कॉलेज में खेलना शुरू किया था। वह जल्दी ही अपने स्कूल और बाद में अपने प्रांत, पश्चिमी प्रांत का प्रतिनिधित्व करते हुए विभिन्न आयु-समूह टूर्नामेंटों में आगे बढ़े।

घरेलू क्रिकेट में फर्नांडो के प्रभावशाली प्रदर्शन ने श्रीलंका क्रिकेट चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने उन्हें 2016 ICC अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के लिए राष्ट्रीय अंडर-19 टीम में शामिल किया। उन्होंने टूर्नामेंट में भारत के खिलाफ़ अंडर-19 में पदार्पण किया और श्रीलंका के अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

अंतर्राष्ट्रीय करियर

फर्नांडो ने अंडर-19 विश्व कप के कुछ ही महीनों बाद 2016 में भारत के खिलाफ़ टी20I मैच में श्रीलंका के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया। उस समय उनकी उम्र सिर्फ़ 18 साल थी और वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में श्रीलंका का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ियों में से एक बन गए।

तब से, फर्नांडो ने टेस्ट, वनडे और टी20I सहित खेल के तीनों प्रारूपों में श्रीलंका के लिए खेला है। उन्होंने उल्लेखनीय अनुकूलनशीलता दिखाई है और उन्हें बल्लेबाजी की शुरुआत से लेकर डेथ ओवरों में गेंदबाजी तक विभिन्न भूमिकाओं में इस्तेमाल किया गया है।

उल्लेखनीय प्रदर्शन

फर्नांडो ने अपने युवा करियर में पहले से ही कुछ उल्लेखनीय प्रदर्शन किए हैं। उनकी सबसे यादगार पारियों में से एक 2019 में आई, जब उन्होंने ICC क्रिकेट विश्व कप में एकदिवसीय मैच में वेस्टइंडीज के खिलाफ़ शतक बनाया। 103 गेंदों पर 104 रन बनाकर श्रीलंका ने प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया और आखिरकार उन्होंने मैच 23 रन से जीत लिया। 2020 में, फर्नांडो ने भारत के खिलाफ श्रीलंका की टी20 सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने दूसरे मैच में अर्धशतक बनाया और तीसरे मैच में 37 गेंदों पर 55 रन बनाकर श्रीलंका को सीरीज 2-1 से जीतने में मदद की। भविष्य की संभावनाएं महज 24 साल की उम्र में फर्नांडो ने पहले ही अपार संभावनाएं दिखा दी हैं और वह श्रीलंका की राष्ट्रीय टीम का अहम हिस्सा बन गए हैं। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और अलग-अलग परिस्थितियों में गेंदबाजी करने की क्षमता के साथ, वह आने वाले वर्षों में श्रीलंका के लिए अहम खिलाड़ी बन सकते हैं। फर्नांडो को ICC द्वारा दुनिया के सबसे होनहार युवा खिलाड़ियों में से एक के रूप में भी नामित किया गया है और उनके प्रदर्शन पर दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक बारीकी से नज़र रखेंगे। अंत में, अविष्का फर्नांडो एक प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटर हैं जिन्होंने पहले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। अपने प्रभावशाली प्रदर्शन और खेल के प्रति समर्पण के कारण, वह आने वाले कई वर्षों तक श्रीलंका के लिए स्टार खिलाड़ी बने रहेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button